हिंदी भाषा में कवि बद्री नारायण को Sahitya Akademi Awards 2023 से सम्मानित किया गया. बद्री नारायण को उनके कविता संग्रह ‘तुमड़ी के शब्द’ के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 फारूक फयाज उर्फ फारूक अहमद को प्रदान किया गया
भारतीय साहित्य जगत का Nobel prize कहे जाने वाले Sahitya Akademi Awards की घोषणा कल बुधवार को की की गयी.
New Delhi के मंडी हाउस स्थित Sahitya Academy headquarters in Rabindra Bhavan में इन पुरस्कारों की घोषणा की गयी. अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव 24 भारतीय भाषाओं के लिए Sahitya Akademi Awards का ऐलान किया.
Sahitya Akademi Awards विजेता को एक लाख रुपये राशि का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाता है. पिछले वर्ष बद्री नारायण के कविता संग्रह तुमड़ी के शब्द को यह पुरस्कार दिया गया था. हिंदी भाषा के लिए पहली बार माखन लाल चतुर्वेदी को उनके काव्य ‘हिमतरंगिनी’ के लिए Sahitya Akademi Awards प्रदान किया गया था.
भारतीय भाषाओं के साहित्य और साहित्यकारों को बढ़ावा देने के लिए साहित्य अकादमी की स्थापना 1954 में की गई थी. इसके पहले अध्यक्ष तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे. उनके साथ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, अबुल कलाम आजाद, सी. राजगोपालाचारी, के. एम. पानीक्कर, के. एम. मुंशी, जाकिर हुसैन, उमाशंकर जोशी, महादेवी वर्मा, डी. वी. गुंडप्पा और रामधारी सिंह दिनकर इसके पहले सामान्य परिषद के सदस्य थे.